उत्कृष्ट शिक्षा की अलख जगाने के लिए मुंबई के वकील ने गांव में खोला स्कूल

जौनपुर। भारत गांवों का देश है। परंतु गांवों के समग्र विकास की दिशा में उदासीनता ही देखने को मिलती है। खासकर उच्च और उत्कृष्ट शिक्षा की दिशा में गांव आज भी शहरों की तुलना में कोसों दूर हैं। बदलापुर तहसील मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित ठेंगहा गांव आनेवाले दिनों में शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा नाम बनने जा रहा है। यहां के मूल निवासी तथा मुंबई के बड़े अधिवक्ता एड. भूपेंद्र मिश्रा ने यहां एक विशाल शिक्षा संकुल बनाने की दिशा में समर्पित भावना के साथ पूरे मनोयोग से से 5 एकड़ निजी भूमि पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। एकेएम इंटरनेशनल स्कूल, शिवनगर इस क्षेत्र की विशिष्ट पहचान बन गई है। सीबीएससी बोर्ड द्वारा संचालित इस स्कूल में फिलहाल प्ले ग्रुप से दसवीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही हैं। आने वाले दिनों में यहां 12वीं तक की कक्षाएं चलने जा रही है। इस बारे में पूछे जाने पर एड. भूपेंद्र मिश्रा ने बताया कि बचपन से ही उनके मन में गांव में अच्छी शिक्षा को लेकर एक बड़ा स्कूल बनाने का सपना था। आने वाले दिनों में वे यहां लॉ कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज और पैरामेडिकल कॉलेज बनाना चाहते हैं ताकि ग्रामीण अंचल में रहने वाले विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए घर से बहुत दूर न जाना पड़े। मुंबई से आए प्रबुद्ध लोगों की एक टीम ने आज इस शिक्षण संकुल का निरीक्षण कर , ग्रामीण अंचल में विशाल शिक्षालय की स्थापना के लिए एडवोकेट मिश्र को बधाई दी। इस टीम में शामिल लोगों में रुद्रा इंटरनेशनल स्कूल के चैयरमैन डॉ अंबरीश दुबे, अपना पूर्वांचल महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट अशोक दुबे तथा वरिष्ठ पत्रकार शिवपूजन पांडे का समावेश रहा।