मीरा भायंदर की सरकारी लाइब्रेरी बदहाली, दुर्दशा और उपेक्षा का शिकार

एड रवि व्यास ने निरीक्षण कर आयुक्त को लिखा पत्र

भायंदर । प्रगतिशील ज्ञान प्राप्त करने और सीखने के उद्देश्यों के लिए लाइब्रेरी आवश्यक हैं। सामान्य परिवारों के बच्चे इन्हीं लाइब्रेरी में पढ़ कर अपना भविष्य बनाने का काम करते हैं।भायंदर पश्चिम के डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर भवन (नगर भवन ) मे मीरा भायंदर महानगरपालिका द्वारा संचालित सरकारी लाइब्रेरी दुर्दशा और बदहाली का शिकार है.जहाँ सीलिंग की ख़राब अवस्था के चलते वहाँ पढ़ने आने वाले छात्रों को हमेशा खतरा बना रहता है.मानसून मे होने वाले लीकेज की वजह से किताबों और अन्य सामानों का नुकसान हो रहा है. साथ ही वहाँ छात्रों को शौचालय की असुविधा, एयर कंडीशन बंद होने और पीने के पानी जैसे मुलभुत समस्याओं का परेशान करना पड़ रहा है. जिसे लेकर वहाँ बड़ी संख्या मे उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों मे असंतोष और रोष व्याप्त है.छात्रों की तरफ से लगातार मिल रही शिकायतों के चलते भाजपा मीरा भायंदर (145) विधानसभा चुनाव प्रमुख एड. रवि व्यास ने वहाँ दौरा किया और वहाँ उपस्थित छात्रों से उनकी समस्याओं और स्तिथि के बारे मे जानकारी लीं. उनका कहना है की इस लाइब्रेरी मे बड़ी संख्या मे पूरे शहर के छात्र पढ़ाई के लिए आते है लेकिन उस लिहाज से जो सुविधाएं यहाँ होनी चाहिए वो नदारद है जो की काफी चिंताजनक और यदि उन्हें जरूरी और मुलभुत सुविधा भी मनपा नहीं मुहैया कर पा रही है तो ये उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है. इस बारे मे रवि व्यास ने मनपा आयुक्त को पत्र लिखकर छात्रों की समस्या से अवगत कराया है और तत्काल कार्रवाई की मांग की है. साथ ही जल्द ही समाधान ना होने पर भाजपा के जरिये छात्रों के साथ मिलकर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.गौरतलब है की मीरा भायंदर शहर मे बढ़ती आबादी के हिसाब से लाइब्रेरी की संख्या काफी कम है और ऐसे मे सरकारी प्रतिष्ठान मे इस तरह की असुविधा और उसके राख़ रखाव मे अधिकारियो की लापरवाही वाकई चिंता का विषय है.