*भागवत कथा में श्री कृष्णा बाल लीला का हुआ वर्णन*
सिटी लाइट स्थित महाराजा अग्रसेन भवन के पंचवटी हाल में हुडीलवाला परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा में गुरुवार को व्यास पीठ से कथा वाचक डॉक्टर राघवाचार्य ने श्रीकृष्ण बाल लीला, माखन चोरी एवं गोवर्धन पूजा का वर्णन किया । कथा में कृष्ण जन्म को लेकर नंद बाबा द्वारा महा महोत्सव का आयोजन करने पर देवताओं व पितरों की पूजा की गई एवं कई विद्वान ब्राह्मणों को आमंत्रित किया गया ।इस अवसर पर नंद बाबा ने लाखों गायों के खुर में चांदी व सिंग पर सोना मढ़कर और तिल के सात परवत बनाकर उसके ऊपर हीरे पन्ने लगाकर दान दिया। महोत्सव में सैकड़ो गोपियों भी सज धज कर लडू गोपाल को बधाई देने आई। बीच-बीच में कथा वाचक द्वारा भजो रे मन प्रेम से.. राम रमैया एवं यशोदा जायो ललना …गोकुल में झूले पलना….आदि भजनों की प्रस्तुति से हाल में उपस्थित श्रोता नाचने झूमने लगे। इसके बाद कंस द्वारा पूतना को बालकृष्ण का वध करने भेजना व बालकृष्ण द्वारा पूतना के उदार का वर्णन किया, जिसमें पूतना का विशाल रूप बनाकर बाल गोपाल को लेकर आकाश में उड़ने का प्रसंग की व्याख्या की गयी। फिर बाल गोपाल को ब्रज में लाकर गौशाला की रज ,गोमूत्र से स्नान कराई।इसके बाद पूतना के शव का अंतिम संस्कार करना बताया ।उसके बाद गोवर्धन पूजा का वर्णन किया गया।रात्रि 8.30 बजे हुडीलवाला परिवार के संपत्ति देवी द्वारका प्रसाद अग्रवाल की शादी की 50वी सालगिरह महाराज की निश्रा में हर्षोल्लाष से मनाई। इस अवसर पर कई गणमान्य व अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे ।आज रुक्मणी विवाह ,गृहस्थ धर्म निरूपण एवं सुदामा चरित्र का वर्णन होगा