आम जनता और सामाजिक संस्थाओं को मीरा भायंदर में मेट्रो लाने का श्रेय

भायंदर। चुनाव की घोषणा होते ही मीरा भायंदर शहर मे मेट्रो लाने के श्रेय की लड़ाई जोरों पर है. कोई अपने को मेट्रो मैन बताकर तो कोई सुपर मेट्रो मैन के रूप मे खुद को प्रचारित करने मे लगे हुए दिखाई पड़ रहे है.लेकिन इसका श्रेय आम जनता और समाजसेवी संस्था जलधारा और नागरिक अधिकार मंच को जाता है. ये बाते संस्था द्वारा मीरा रोड के सुरभि हॉल मे आयोजित सत्कार कार्यक्रम मे सामने आयी. इस आयोजन मे मेट्रो लाने के इस आंदोलन मे अग्रणी भूमिका निभाने वाले तमाम समाजसेवी संस्थाओं और नागरिकों का रियल मेट्रो मैन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर एक शार्ट फ़िल्म के जरिये उपस्थित लोगो को इस आंदोलन, संघर्ष और मेट्रो लाने के किये गए सभी प्रयासों की जानकारी दी गयी. गौरतलब है की जब अँधेरी से दहिसर तक मेट्रो की शुरुआत हुई तभी तेज़ी से विकसित हो रहे मीरा भायंदर शहरवासियों को भी महसूस होने लगा की मेट्रो का विस्तार मीरा भायंदर तक होना चाहिए. जिसके बाद समाजसेवी संस्था जलधारा की पहल पर नागरिक अधिकार मंच के बैनर तले जनजागरूकता अभियान चलाया गया. राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हो, एमएमआर डीए के अधिकारी सहित शहर के प्रमुख नेताओं, नगरसेवको से मुलाक़ात की लेकिन नेताओं के उदासीन रवैये के चलते उन्हें निराशा हाथ लगी. और फिर इसे जनआंदोलन का रूप देते हुए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया और लाखों लोगो के समर्थन के बाद आख़िरकार प्रशासन को झुकना पड़ा और फिर इस मेट्रो मार्ग को हरी झंडी मिल सकी. इस कार्यक्रम मे प्रमुख अतिथि के रूप मे उस समय के तत्कालीन आयुक्त अचुयत हाँगे, पदमश्री पंडित ब्रम्हदेव राम, वरिष्ठ पत्रकार राघवेद्र द्विवेदी, जलधारा चेयरमैन भरत मिश्र, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के डॉ. अजय दुबे, भगवान कौशिक सहित कई मान्यवर और समाज के बुद्धजीवी और प्रबुद्ध लोग उपस्थित रहे. इस आयोजन मे जलधारा सचिव सुशील मिश्र सहित जलधारा की पूरी टीम का अहम योगदान रहा. कार्यक्रम का संचालन डॉ. नयना वासानी ने किया।