महाराष्ट्र दिवस पर 20 महिलाओं को मुफ़्त घरघंटी का वितरण

(शिव पूजन पाण्डेय, वरिष्ठ पत्रकार)

’जय जय महाराष्ट्र माझा से गुंजा’ उत्तर भारतीय संघ

मुंबई। उत्तर भारतीय संघ ने आज बड़े धूमधाम से महाराष्ट्र दिवस मनाया। बांद्रा पूर्व स्थित उत्तर भारतीय संघ भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र की संस्कृति की झलक देखने को मिली। महाराष्ट्र के राज्य गीत ”जय जय महाराष्ट्र माझा” की गूंज के अलावा देवतुल्य छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन से जुड़े प्रसंगों को गीत-नृत्य के माध्यम से पेश किया गया। इस मौके पर उत्तर भारतीय संघ के अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह की तरफ से 20 महिलाओं को स्वरोजगार के लिए घरघंटी (आटा चक्की) का वितरण किया गया। पिछले साल भी महाराष्‍ट्र दिवस के मौके पर 20 दिव्यांगों को इलेक्ट्रिक साइकिल का वितरण किया गया था। संतोष आरएन सिंह ने इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों को महाराष्‍ट्र दिवस और मजदूर दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सतत समाज सेवा के काम में लगे हुए हैं। मेरा जन्‍म मुंबई में हुआ, इसलिए महाराष्ट्र की संस्कृति-परंपरा से विशेष लगाव है। उन्होंने कहा कि हमें पराया मत समझना, हम आपके हैं। हम अपना काम, अपना फर्ज निभाते रहेंगे। कार्यक्रम में अपना समय निकालकर आए लोगों के प्रति आभार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि आप समय निकालकर आते हैं, इसका कर्ज में चुका नहीं सकता। जो समय अनमोल है, जो समय देता है, वही सच्चा साथी है।
उत्‍तर भारतीय संघ के अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह अपने पिता बाबू आरएन सिंह की समाजसेवा की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। पिछले साल महाराष्‍ट्र दिवस के मौके पर 20 दिव्यांगों को इलेक्ट्रिक साइकिल का मुफ्त वितरण किया गया था। यह इलेक्ट्रिक साइकिल एक बार चार्ज करने पर 25 किलोमीटर तक चल सकती है। इसके पहले महाराष्‍ट्र दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह रक्‍तदान शिविर ऐसे मौके पर हुआ था, जब मुंबई महानगर में खून की कमी महसूस की जा रही थी।
कार्यक्रम को उत्‍तर भारतीय संघ के उपाध्यक्ष संजय सिंह, डॉ. राधेश्‍याम तिवारी, रमेश बहादुर सिंह ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन देवेंद्र तिवारी ने किया। कार्यक्रम के दौरान ”उत्‍सव महाराष्ट्राचा” ग्रुप ने एक से एक बढ़कर मराठी गीत पेश करते हुए लोगों को मनोरंजन किया। इस मौके पर मुंबई भाजपा उपाध्‍यक्ष अमरजीत सिंह, कांग्रेस नेता अवनीश सिंह, डॉ. किशोर सिंह के अलावा कार्यसमिति के सभी सदस्य और बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय समाज के लोग उपस्थित थे।