भाजपा विधायक रमेश चंद्र मिश्र ने मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ ठोंकी ताल!

जौनपुर। विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी कही जाने वाली भाजपा की लोकप्रियता का ग्राफ गिरना शुरू हो गया है। विपक्ष 2024 लोकसभा चुनाव को एक झांकी के रूप में देख रहा है। आने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की संभावित पराजय मानी रही है । यह बात खुद बदलापुर विधानसभा से भाजपा के दूसरी बार विधायक बने रमेश चंद्र मिश्र कह रहे हैं। रमेश चंद्र मिश्र का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह साफ कहते हुए नजर आ रहे हैं कि वर्ष 2027 में हमारी सरकार बनाने की स्थिति नहीं है। उन्होंने यूपी में केंद्रीय नेतृत्व से दखल देने और बड़ा निर्णय करने की मांग को लेकर एक प्रकार से योगी सरकार के खिलाफ ताल ठोंक दी है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विधायक रमेश चंद्र मिश्र ने खुद अपना वीडियो वायरल कराया है। वीडियो में केंद्रीय नेतृत्व को दखल देने की मांग कर विधायक ने साफ तौर पर बताने का प्रयास किया है कि प्रदेश नेतृत्व के बल पर चुनाव नहीं जीता जा सकता। लोकसभा चुनाव के पहले कुछ ऐसे ही बड़बोले नेताओं के बयानों से पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। आरएसएस को लेकर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बयान की बात करें अथवा संविधान को लेकर पूर्व सांसद लल्लू सिंह के बयान की बात करें, दोनों ही बयानों से भाजपा को काफी नुकसान उठाना पड़ा। भाजपा का दूसरी बार विधायक बने रमेश चंद्र मिश्र को हमेशा सुर्खियों में बने रहने की आदत है। उनके वक्तव्य से जहां भाजपा कार्यकर्ताओं में मायूसी देखी जा रही है,वहीं समाजवादी पार्टी खेमे में उत्साह दिखाई दे रहा है। समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश में उनके वीडियो को जमकर वायरल कर रही है। इस तरह का वीडियो वायरल करने के पीछे विधायक की क्या मंशा है, यह समझ से परे है। भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं के अनुसार भाजपा में आने से पहले विधायक बहुजन समाज पार्टी में थे, ऐसे में कहीं अबकी बार समाजवादी पार्टी में जाने की तैयारी तो नहीं कर रहे हैं? पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि विधानसभा में यदि कोई कमजोरी है तो उसे दूर करना विधायक का काम है। एक प्रकार से विधायक ने अभी से अपनी हार स्वीकार कर ली है। ऐसे में किस दावे के साथ वे फिर से टिकट मांग सकते हैं? एक अन्य पदाधिकारी ने कहा कि पूरे प्रदेश के संदर्भ में दिया गया उनका बयान पूरी तरह से आधारहीन है। यह एक प्रकार से कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ने का प्रयास है। पार्टी के ही एक पदाधिकारी का कहना है कि विधायक जी मंत्री बनने के लिए योगी सरकार पर दबाव डाल रहे हैं। सच्चाई चाहे जो हो, परंतु एक बात तो सच है कि इस तरह की बयान बाजी से पार्टी की छवि और कार्यकर्ताओं के मन पर बुरा असर पड़ता है।