सीए मनोज दोशी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज

मुंबई। सीए मनोज दोशी के विरूद्ध डॉ विनय जैन ने मालाड पुलिस स्टेशन में धारा 316, 318 के तहत धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। धोखाधड़ी की शिकायत पर मालाड पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, जिससे जल्द ही दोशी पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। डॉ विनय जैन की शिकायत के अनुसार सीए मनोज दोशी ने मालाड स्थित प्रापर्टी को डॉ विनय जैन को बेचकर 9 करोड़ रूपए आरटीजीएस द्वारा लिए। रूपए लेने के बाद सीए मनोज दोशी उक्त प्रापर्टी का एग्रीमेंट साईन तथा रजिस्ट्रेशन करने में पिछले आठ महीने से आनाकानी करने के साथ ही उनसे और कैश पैसे की मांग कर ब्लैकमेल करने लगे। जिसके बाद डॉ विनय जैन ने खुद को ठगा हुआ महसूस होने पर मालाड पुलिस स्टेशन में सीए मनोज दोशी के विरूद्ध शिकायत दर्ज कराई।
बता दें कि डॉ विनय जैन प्रख्यात शिक्षाविद हैं, और विट्टी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस एंड होस्टल्स के संस्थापक हैं, साथ ही मुंबई के अति प्रतिष्ठित गोरेगांव स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष भी हैं।
इसके साथ ही कई सामाजिक संस्थाओं के प्रतिष्ठित पदों पर रहते हुए वे अपने सामाजिक दायित्वों का पूरी सक्रियता से निर्वहन कर रहे हैं। सामाजिक तथा शैक्षणिक जगत में डॉ विनय जैन का एक प्रतिष्ठित नाम है।सूत्रों से पता चला है कि सीए मनोज दोशी एक पेशेवर ब्लैकमेलर हैं, एवं इनकम टैक्स द्वारा होने वाले सर्च, रेड मामलों में दलाल की भूमिका अदा करते हुए व्यापारियों को डरा कर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं। उनका न तो कोई ऑफिस है और न ही कोई स्टाफ। फिर भी करोड़ों की संपत्ति उन्होंने रिश्वतखोरी तथा व्यापारियों को ब्लैकमेल कर जमा कर रखी है। सूत्रों ने बताया कि मनोज दोशी के खिलाफ पहले भी सीबीआई द्वारा मामला चलाया गया है, और आज भी डिपार्टमेंट की नजर उन पर बनी हुई है। मालाड पुलिस ने धोखाधड़ी की इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज की है, और गहन जांच शुरू कर दी है। इस एफआईआर के बाद सीए मनोज दोषी द्वारा ठगे एवं ब्लैकमेल किए हुए कई और बिजनेसमैन अपनी शिकायत लेकर सामने आ सकते हैं। साथ ही यह भी आशंका है कि मुंबई पुलिस इस केस में रिश्वतखोरी एवं भ्रष्टाचार के लिए सीबीआई एवं ईडी को भी आगे की जांच के लिए शामिल कर सकती है। इस मामले में सीए मनोज दोशी से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन वे प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हो सके।