श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर सिर्फ प्रतापगढ़ परिवार की बैठक संपन्न

भायंदर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर मीरारोड स्थित इस्कॉन मंदिर के प्रांगण में ‘सिर्फ प्रतापगढ़ परिवार’ की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता डॉ अमर मिश्र ने किया। बैठक में प्रतापगढ़ परिवार द्वारा आगामी स्नेह सम्मेलन, परिचय डायरेक्ट्री, प्रतापगढ़ के प्रवासी जो मुंबई, ठाणे, डोंबिवली, पालघर, कल्याण, नवी मुंबई, वसई-विरार ,मीरा-भायंदर में रहते हैं, उन्हें कैसे जोड़ा जाय, इस विषय पर चर्चा हुई। डॉ अमर मिश्र ने दो घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे मुंबई में रहकर भी प्रतापगढ़ के गांव की समस्या का निदान किया गया। अभी तो शुरुआत है। उन्होंने इस शेर से भविष्य की रूपरेखा को जोड़ने का प्रयास किया कि –
हम अकेले ही चले थे जानिब ए मंजिल मगर, लोग आते गए और कारवां बनता गया। इस अवसर पर हास्य कवि सुरेश मिश्र ने अपनी कविता से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकार शिवपूजन पांडेय, अविनाश पांडेय, राजेश उपाध्याय और गुलाब पांडेय का अंगवस्त्र और लेखनी द्वारा विशेष सम्मान किया गया। शेष उपस्थित सभी मेहमानों का लाल अंगौछा देकर सम्मान किया गया। वक्ताओं ने कृष्ण जन्माष्टमी पूजन और गोपाला उत्सव में गोपालों की सुरक्षा कैसे की जाय? इस पर भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रताप फाउंडेशन के विद्या शंकर चतुर्वेदी, एडवोकेट रामप्रकाश पांडेय, के .के. तिवारी, समाजसेवी नीतेश्वर मिश्र,संदीप पांडे जी, पवन शुक्ला, पवन पांडे, अमर मिश्रा, संजय मिश्रा, डी के मिश्रा, अनुराग मिश्रा, सहित कई लोग मौजूद थे। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन सुरेश मिश्र ने किया।