आज एसजीटीटीए के बोर्ड रूम में एसजीटीटीए, आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन, और अन्य मार्केटो के सगठनों की सयुंक्त मीटिंग हुई।

आज एसजीटीटीए के बोर्ड रूम में एसजीटीटीए, आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन, टेक्सटाईल युवा ब्रिगेड, एमएमटीए की सयुंक्त मीटिंग हुई। इस मीटिंग में सभी ने पार्सल के वजन के मुद्दे को लेकर चल रहे फरमान का सिरे से बहिष्कार किया। सभी अग्रणियों ने सम्यक रूप से कहा कि हमेशा तेजी के समय चंद लोग अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए नए नए शगूफे लेकर आते है। मानवीयता की अवधारणा को हम सभी मानते है तथा समझते भी है लेकिन क्या ट्रांसपोर्टर मानवीयता के आधार पर अपने यहां आधुनिक उपकरण नही रख सकते? जबकि एक कटुसत्य यह भी है कि इनमें से कोई भी व्यक्ति श्रमिको के लिए कुछ भी नही सोचता है। न उनका इंश्योरेंस है न ही न्यूनतम वेतनमान है।
सभी संघठनो में इस बात की आम सहमति बनी की जो ट्रांसपोर्ट बाध्य करेंगे उनका सामूहिक बहिष्कार किया जाएगा तथा उनके स्थानापन्न को माल दिया जाएगा।
मीटिंग के दौरान कुछ ट्रांसपोर्ट के मालिकों से बात की गई जिन्होने यह बताया कि हम इस तरह के घर्षण वाले कार्य मे साथ नही है। काफी ट्रांसपोर्ट ने पूर्व की तरह बुकिंग के लिए सहमति भी दर्शाई।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के आग्रह पर एसजीटीटीए तथा आकाश की ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के साथ मीटिंग हुई थी जिसमे 65 से 75 किलो तक के लिये एसोसिएशन बात हुई थी और उन्होंने कहा कि कुछ लोग 90 से 100 किलो तक के पार्सल भेज देते है, जो गलत है, उनके लिए एसोसिएशन ने आग्रह किया था। लेकिन बाद में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने अलग ही लेटरपेड जारी करके घर्षण प्रारम्भ कर दिया है, जिससे संस्थाए क्षुब्ध है। इसे के मद्देनजर विविध ट्रांसपोर्ट से बात करके पुनः पूर्ववत बुकिंग की बात की गई तथा सभी ट्रांसपोर्ट ने इसे स्वीकार किया।
आज मौजूद सभी संघठनो ने व्यापारियों से अत्यधिक वजनी पार्षल न पैक करने के लिए भी आग्रह किया।
इस मीटिंग में एसजीटीटीए के अध्यक्ष सुनील जैन, महामंत्री सचिन अग्रवाल, आकाश के अध्यक्ष प्रह्लाद अग्रवाल, केदार अग्रवाल, महेश जैन, संतोष माखरिया, संदीप शाह, प्रदीप केजरीवाल, राजीव ओमर, पंकज गोयल, सुदर्शन मातलहेलिया, नितिन गर्ग, राम खंडेलवाल, सुनील मित्तल,सुरेंद्र जैन,शेखर अग्रवाल, एमएमटीए के कमलेश जैन, टेक्सटाईल युवा ब्रिगेड के अध्यक्ष ललित शर्मा आदि मौजूद रहे।