नई दिल्ली। भारतीय विकास संस्थान तथा उत्तर भारतीय महासंघ के अध्यक्ष, दो बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता डॉ योगेश दुबे ने आज नई दिल्ली में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
मुलाकात के दौरान डॉ योगेश दुबे ने उनका ध्यान भारत की जेलों में बंद बुजुर्ग कैदियों की तरफ दिलाते हुए कहा कि सजा पूरी हो जाने के बावजूद जुर्माना न भरने के कारण अनेक बुजुर्ग कैदी जेलों की सजा काटने के लिए विवश हैं। उन्होंने ऐसे कैदियों को नियमपूर्वक रिहा किए जाने की अपील की, ताकि वे अपने बचे हुए जीवन को अपने परिवार के साथ बिता सकें। साथ ही उन्होंने दिव्यांग लोगों को और अधिक सशक्तिकरण किए जाने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाए जाने की दिशा में उन्हें रोजगार देने तथा सरकारी नौकरियों में उनका आरक्षित कोटा भरने की अपील करते हुए कहा कि अभी भी दिव्यांग जनों को अनेक प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। डॉ दुबे नेअपनी संस्थाओं द्वारा सामाजिक, शैक्षणिक तथा युवाओं के हित में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डॉ योगेश द्वारा दिव्यांगजनों के साथ साथ युवाओं, शिक्षा, कौशल विकास तथा आम आदमी के लिए की जा रही लगातार कोशिशों और कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आप एक नेक और मानवीय लक्ष्य को लेकर काम कर रहे हैं। इसी तरह लगातार आगे बढ़ते रहिए।