लेट पेमेन्ट के दुष्प्रभाव को लेकर फोस्टा में घर्चा

सुरत: लेट पेमेंट से व्यापार में पड़ रहे दुषप्रभाव को लेकर
आज दिनांक 16/12/2024, सोमवार को दोपहर 01.00pm बजे फोस्टा बोर्डरूम में व्यापारियों के भुगतान सायकल एवं DEBTS के साथ भुगतान में देरी के बारे में विस्तृत जानकारी हेतु एक सेमिनार का आयोजन किया गया| सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में श्री बी.एल. चांडकजी, एक्स-DGM, SIDBI उपस्थित रहे|

सेमिनार में उपस्थित एक्सपर्ट ने बताया कि व्यापार में भुगतान में देरी और डिफ़ॉल्ट की व्यापक समस्या के समाधान के लिए हमे एक सिस्टम संचालित डिजिटल प्लेटफोर्म की जरूरत है| इसमें केवल MSME ही नही बल्कि वे सभी फ़र्मे शामिल है,जो व्यापार में उधारी पर बिक्री करती है और GST में रजिस्टर्ड है|

भुगतान में देरी पर बातचीत करते हुए निम्न प्रभाव व्यापारियों पर पड़ रहे है|
1. प्रोडक्शन पर प्रभाव पड़ता है|
2. भुगतान का रोटेशन नही होता है|
3. केपिटल रकम में व्याजदर बढ़ता है|
जिसके अंतर्गत उपस्थित एक्सपर्ट ने बताया कि बेंकिंग के जैसे हमे GST को CIBIL से जोड़ना चाहिए, जिससे GST CIBIL के माध्यम से लोगो का व्यापार सुरक्षित रहे|

अध्यक्षश्री कैलाश हाकिम ने बताया कि फोस्टा द्वारा इस विषय में उचित सलाह-सुचन कर वित्तमंत्रालय एवं कपड़ा मंत्रालय में पत्र के माध्यम से यह निवेदन करेंगे कि व्यापारिक लेनदेन GST के अंतर्गत होता है तो क्रेता और विक्रेता के बिच कॉन्ट्रैक्ट के दिन पेमेंट की धारा तय हो जानी चाहिए और यदि उस पेमेंट की धारा से लेट पेमेंट होता है तो GST पोर्टल से सम्बंधित व्यापारी को रेड फ्लेग का सिस्टम होना चाहिए और यदि कोई और लेट पेमेंट करता है तो उसका GST SUSPEND किया जाना चाहिए, यह सलाह उपस्थित एक्सपर्ट श्री बी.एल.चांडकजी ने दी, जिसकी सभी ने सराहना की|
इस सेमिनार में FOSTTA के पदाधिकारीगण एवं विभिन्न मार्केट के अग्रणी और व्यापारी बंधु, उपस्थित रहे।