संगीत साहित्य मंच की 107वीं काव्यगोष्ठी संपन्न

(शिव पूजन पाण्डेय, वरिष्ठ पत्रकार)

ठाणे । साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था संगीत साहित्य मंच ठाणे द्वारा निरंतर की जाने वाली मासिक काव्यगोष्ठी इस महीने दिनाँक 21अप्रैल 2024 रविवार को साहित्य प्रेमी बी. के. तिवारी के कार्यालय पर उन्हीं के मुख्य आतिथ्य में एवं ओजकवि राजेश दूबे अल्हड़ असरदार की अध्यक्षता तथा उमेश मिश्र प्रभाकर के संचालन मे सम्पन्न हुई।कार्यक्रम का शुभारम्भ सदाशिव चतुर्वेदी “मधुर” द्वारा माँ सरस्वती के चरणों मे वंदना स्वरुप प्रथम पुष्प अर्पित करके किया गया तत्पश्चात सुशील सिंह( डब्बू ) द्वारा पुरातन काव्य का पाठ किया गया।इसके बाद अरुण मिश्र अनुरागी द्वारा श्रृंगार रस की कविता का सुन्दर पठन किया गया। अगली कड़ी में मधुर द्वारा सामाजिक परिवेश पर एक उमदा गजल प्रस्तुत किया गया।कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए वरिष्ठ कवि अजय सिंह को आमंत्रित किया तथा उन्होंने संस्कृति पर एक सुंदर कविता का गायन किया।अगली कड़ी में सुशील कुमार शुक्ला (नाचीज) द्वारा गजल के साथ एक वास्तविक कविता का सुन्दर प्रस्तुतीकरण किया गया।तदनंतर वरिष्ठ कवि राम प्यारे रघुवंशी ने दृष्टांत को दर्शाती आध्यात्मिक कविता का सुन्दर प्रस्तुतीकरण किया।अगली कड़ी में संस्था के सहसंयोजक मधुर ने मंच संचालक उमेश मिश्र प्रभाकर को आमंत्रित किया जहां प्रभाकर ने वीर रस के मुक्तक से शुरुआत करके ओज की कविता द्वारा समापन किया।गोष्ठी के आयोजक एवं मुख्य अतिथि बी के तिवारी ने अपने उद्बोधन मे गोष्ठी की खूब सराहना किया तथा भविष्य में ऐसे आयोजन कराने का आश्वासन भी दिया। इसके बाद गोष्ठी के अध्यक्ष राजेश दूबे अल्हड़ असरदार ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य के बाद वीर रस का मुक्तक और महाराष्ट्र की पूर्व ओछी सियासत पर शानदार काव्यपाठ प्रस्तुत किया। गोष्टी विशेष रूप से हास्य व्यंग , श्रृंगार रस, आध्यात्म तथा देश भक्ति से परिपूर्ण रही।अंत में सहसंयोजक मधुर ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और सबका आभार व्यक्त करके कार्यक्रम का समापन किया।