महाराष्ट्र दिवस पर महिलाओं को घरघंटी का उपहार देगा उत्तर भारतीय संघ

(शिव पूजन पाण्डेय, वरिष्ठ पत्रकार)

मुंबई। महाराष्ट्र दिवस, महाराष्ट्र राज्य के गठन का प्रतीक है , जो एक मई, 1960 को बॉम्बे राज्य के महाराष्ट्र और गुजरात के भाषाई राज्यों में विभाजन के बाद हुआ था। यही कारण है कि पूरे महाराष्ट्र में धूमधाम के साथ महाराष्ट्र दिवस मनाया जाता है। महाराष्ट्र में रहने वाले उत्तर भारतीयों की प्रमुख सामाजिक संस्था उत्तर भारतीय संघ ने विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी महाराष्ट्र दिवस को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया है। संघ के अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र संतों और वीरों की भूमि है। यह धरती हमारे लिए पवित्र और महान है। महाराष्ट्र दिवस हमारे लिए भी स्वाभिमान और यहां की संस्कृति से गहरे लगाव का प्रतीक है। यही कारण है कि उत्तर भारतीय संघ ने महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर नारी सशक्तिकरण और नारी आत्मनिर्भरता की दिशा में जरूरतमंद महिलाओं को मुफ्त घरघंटी का उपहार देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की धरती ने उत्तर भारतीय समाज को बहुत कुछ दिया है। हमारा भी कर्तव्य है कि हम महाराष्ट्र दिवस के माध्यम से इस धरती के प्रति अपनी कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त कर सके। ज्ञातव्य है कि संस्था के सभी पदाधिकारियों द्वारा एक मत से लिए गए निर्णय के बाद, उत्तर भारतीय संघ पिछले कई वर्षों से महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर जरूरतमंद महिलाओं को मुफ्त सिलाई मशीन वितरण, रक्तदान शिविर जैसे अनेक प्रेरणादायक सामाजिक काम करता आ रहा है।