जौनपुर। आदरणीय कवि कुल के भाइयों और बहनों,,
गीत अश्क बन गये,,,नाम है संयुक्त गीत माला का।।इसमें एक रचनाकार के सिर्फ दो गीत सम्मिलित किए जायेंगे।।इसके लिए कोई भी शुल्क देय नहीं है।।
*नियम और शर्तें*
१)गीत प्रेरक,सरस,और लय ताल पर गेय हो।
२)रस,अलंकार का प्रयोग शिष्ट और व्यावहारिक हो।
३)रचना मौलिक स्वरचित एवं अप्रकाशित हो।।
४)प्रकाशन के पहले पैनल द्वारा स्वीकार्यता,आवश्यक।।
५)एक नवीन फोटो के साथ अपना पूरा पता,साहित्य सेवा या किसी अन्य बिधा में किए गये रचनात्मक कार्य का विवरण।
६)अभिरुचि (लेखन के अतिरिक्त)
उपरोक्त विवरण एक पृष्ठ में ही देय है ।।ह्वाट्सएप नं ९६९५५६२७०९ पर प्रेषित करें।।प्रकाशन।शिक्षक दिवस तक देश के अग्रणी संस्थान द्वारा सभी मान्य शर्तों के साथ।।
फिर देर किस बात की ।।आज से ही सृजन कर प्रेषित करना प्रारम्भ करें।।