कजरी महोत्सव के साथ हृदयांगन संस्था उत्तराखंड अंचल का आगाज

देहरादून । ह‌दयांगन साहित्यिक,सांस्कृतिक सामाजिक तथा आध्यात्मिक संस्था मुम्बई द्वारा उत्तराखंड में विस्तार उपरांत श्रावण मास में तीज कजरी तथा गीत ग़ज़ल मल्हार की आन‌ लाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन संपन्न हुआ।यह कार्यक्रम हृदयांगन संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष डा० विद्युत प्रभा चतुर्वेदी मंजू की अध्यक्षता तथा सौ. कविता बिष्ट ‘नेह’ वरिष्ठ कवियत्री एवं संस्था की उत्तराखंड प्रभारी के कुशल संचालन में गूगल मीट के माध्यम से देहरादून में आयोजित किया गया।जिसमें संस्था की उत्तर प्रदेश प्रभारी आदरणीया डॉ. प्रमिला पाण्डेय सहित संस्था के संस्थापक विधु भूषण विद्यावाचस्पति मुंबई से एवं प्रमुख संयोजक नीरज कान्त सोती भैयाजी आजमगढ़ से एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विद्युत प्रभा चतुर्वेदी मंजू देहरादून से उपस्थित हुई। कजरी महोत्सव में आ.डौली डबराल मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुई। कानपुर से डॉ.कमलेश शुक्ला कीर्ति तथा देहरादून से अंशु जैन,मणि अग्रवाल मणिका,महेश्वरी कनेरी,आभा सक्सेना दुनवी, शोभा पाराशर, संतोषी दीक्षित, संगीता वर्मानी,रेखा जोशी,निशा अतुल्य, अर्चना झा सरित, डॉ.क्षमा कौशिक, अनीता सोनी एवं नीरू गुप्ता मोहिनी ने सुरीली आवाज में बेहतरीन कजरी गीत सुनाकर ऑनलाइन श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।संस्था के राष्ट्रीय मीडिया सचिव कवि एवं पत्रकार विनय शर्मा दीप ने बताया कि कजरी महोत्सव की इस मौसमी काव्य गोष्ठी में हृदयांगन संस्था के संस्थापक विधु एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.विद्युत प्रभा चतुर्वेदी मंजू ने संयुक्त बयान में श्रीमती कविता बिष्ट ‘नेह’ को हृदयांगन संस्था के उत्तराखंड अंचल का प्रभारी मनोनीत किया।साथ ही श्रीमती अंशु जैन को प्रादेशिक कार्यक्रम संयोजक का उत्तरदायित्व सौंपा गया।‌ संस्थापक ने यह भी कहा कि सभी प्रादेशिक प्रभारी राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदया के परामर्श से हृदयांगन संस्था के चहुंमुखी विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दे जिसके लिए हृदयांगन केंद्रीय कार्यकारिणी बोर्ड सदैव आपेक्षित सहयोग देता रहेगा।कार्यक्रम के समापन पर संस्थापक महोदय ने सभी आमंत्रितों का आभार व्यक्त किया।‌ कार्यक्रम का सुन्दर पोस्टर बनाने के लिए सुशील एवं एडवोकेट महिपाल सिंह को धन्यवाद दिया एवं सभी से अनुरोध किया कि हमें राष्ट्रीय संस्था हृदयांगन के उत्तराखंड अंचल को हमें अधिक से अधिक विद्वतजनों को इसमें शामिल कर एवं सदस्यता देकर विकसित करना चाहिए। कार्यक्रम के उपरांत सभी कवि कवियत्रियों को आकर्षक सम्मान पत्र प्रेम दीवाणी मीराबाई सम्मान से नवाजा गया।।