प्रत्याशी के चयन में की गई जरा सी भी ढील भाजपा को पड़ सकता है भारी

भायंदर। इस बात में तनिक संदेह नहीं है कि आनेवाला महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव अत्यंत संघर्षपूर्ण और कांटे की टक्कर का होने वाला है। ऐसे में प्रत्याशियों के चयन को लेकर की गई जरा सी भी चूंक भारतीय जनता पार्टी को भारी पड़ सकती है। लोकसभा चुनाव के नतीजों ने निश्चित तौर पर भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं को चिंता में डाल दिया है। पार्टी किसी भी हालत में महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव अपने पक्ष में करना चाहती है। मीरा भायंदर भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है। यहां बड़ी संख्या में रहने वाले पर प्रांतीय मतदाता भी कमल खिलाने का काम करते रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में जिस तरह से निर्दलीय प्रत्याशी गीता जैन को अप्रत्याशित जीत मिली, उससे साफ है कि यदि इस बार भी पार्टी ने सही प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया तो बाजी फिर से भाजपा के हाथ से निकल सकती है।किसी भी चुनाव में युवा मतदाताओं की निर्णायक भूमिका होती है। युवाओं की पसंद को नजरअंदाज करना किसी भी पार्टी को भारी पड़ सकती है। आज का युवा मतदाता बेदाग, निडर, हमेशा जनता की आवाज उठाने वाले , जरूरत पड़ने पर जनता के साथ खड़े होने वाले और पाक साफ छवि वाले नेताओं को ही पसंद करती है। आए दिन भी विवादों में रहने वाले पूर्व विधायक को जनता पिछले विधानसभा चुनाव में नकार चुकी है। वर्तमान विधायक की स्थिति अभी भी साफ नहीं है । ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से सिर्फ एक ही चेहरा युवाओं के सामने नजर आ रहा है। आज एड रवि व्यास मीरा भायंदर के युवाओं की पहली पसंद बन चुके हैं। नगरसेवक से राजनीति की पारी शुरू करने वाले एडवोकेट व्यास जनता के बीच लगातार काम करते रहे। वार्ड के विकास के साथ-साथ शहर के विकास का सपना देखने वाले एड रवि व्यास की काबिलियत को देखते हुए पार्टी ने उन्हें जिला अध्यक्ष बनाया। जिला अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने शहर के विकास से जुड़े अनेक रचनात्मक काम किए। अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत से ही युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय रहे। यही कारण है कि अन्य पार्टियों के भी युवा मतदाता तेजी से भाजपा से जुड़ते गए। प्रदेश के शीर्ष नेताओं की सलाह पर पार्टी ने ना उन्हें सिर्फ 145 विधानसभा का विधानसभा चुनाव प्रमुख बनाया अपितु पिछले दिनों उन्हें मीरा भायंदर विधानसभा प्रवास योजना का प्रमुख भी बनाया गया।चुनाव की रणनीति बनाने में एडवोकेट व्यास माहिर रहे हैं। वे तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में अगर पार्टी ने उन पर विश्वास जताते हुए टिकट दिया तो निश्चित रूप से वे पार्टी को बड़ी जीत दिलाने में कामयाब रहेंगे।