चिंतामणि मिश्रा को अश्रुपूरित नेत्रों से दी गई अंतिम विदाई

भायंदर। मनुष्य द्वारा किए गए अच्छे काम उसके मरने के बाद भी याद किए जाते हैं। अत्यंत धार्मिक तथा उदार हृदय की महिला चिंतामणि गजानन मिश्रा का कल 64 वर्ष की उम्र में भायंदर पूर्व के जेसल पार्क स्थित डिवाइन लैंड बिल्डिंग में पूर्व प्राध्यापक प्रभाकर मिश्र के आवास पर आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही मीरा भायंदर में रहने वाले उनके करीबी लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। श्रीमती मिश्रा, भायंदर के प्रख्यात समाजसेवी तथा राहुल एजुकेशन के चेयरमैन लल्लन तिवारी की करीबी रिश्तेदार थी, यही कारण है कि उनका पूरा परिवार उनकी अंत्येष्टि में शामिल हुआ। दोपहर 12 बजे बंदरबाड़ी स्मशान भूमि में लोगों ने अश्रुपूरित नेत्रों से उन्हें अंतिम विदाई दी। उनकी बहन के बेटे नीरज मिश्रा ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर उपस्थित लोगों में लल्लन तिवारी, कांति तिवारी, एडवोकेट आरजे मिश्रा, राहुल तिवारी, कृष्णा तिवारी, एडवोकेट राजकुमार मिश्रा, उत्सव तिवारी, जितेंद्र दुबे, संदीप तिवारी, नीरज तिवारी, अभयराज चौबे, पत्रकार शिवपूजन पांडे, शारदा प्रसाद पांडे, उपेंद्र सिंह, बृजमणि दूबे, श्रीराम दुबे, अच्छेलाल पांडे, आनंद पाठक, संतोष मिश्रा, दिनेश दुबे, ओंकारनाथ मिश्र, जेएन तिवारी, मुरलीधर पांडे, बेटी अर्चना और पूजा, दामाद अमित और पीयूष, मंजू मिश्रा, साधना, सरिता आदि का समावेश रहा।