पूर्व पुलिस महानिरीक्षक बीपी त्रिपाठी ने गांव में बनाया तीन मंजिला पुस्तकालय

अपना पूर्वांचल महासंघ ने किया सम्मान

जौनपुर। आमतौर पर बड़े पदों से सेवानिवृत होने वाले अधिकारी शहरों में बनाए गए आलीशान मकानों में रहना पसंद करते हैं।जिस मिट्टी में पालकर वे बड़े बनते हैं, वहां कुछ सामाजिक कार्य करना तो दूर वहां जाना भी पसंद नहीं करते। परंतु कुछ ऐसी भी अधिकारी हैं, जो लगातार अपनी जन्मभूमि से जुड़े रहने के साथ-साथ वहां के विकास कार्यों में हाथ बंटाते हैं।

जनपद के पश्चिमी भाग में स्थित बीबीपुर तिवारी गांव में बनाया गया तीन मंजिला नारायण ज्ञान धाम आसपास के मेधावी बच्चों के लिए पथ प्रदर्शक का काम कर रहा है। सेवानिवृत पुलिस महानिरीक्षक बीपी त्रिपाठी ने सेवानिवृत होने के बाद इसका निर्माण कराया।इसके सभी मंजिलों पर शानदार लाइब्रेरी बनी हुई है, जहां आपको हर विषय और हर परीक्षा की तैयारी से जुड़ी पुस्तकें उपलब्ध हैं।

सुबह से लेकर शाम तक विद्यार्थी इस मुफ्त लाइब्रेरी का लाभ उठा रहे हैं। यहां पढ़ने वाले अधिकांश बच्चे आज प्रतिष्ठित पदों पर काम कर रहे हैं। ग्रामीण शिक्षा के प्रति उनके समर्पित भावना को देखते हुए अपना पूर्वांचल महासंघ ने उन्हें पूर्वांचल गौरव सम्मान से विभूषित किया है। 25 दिसंबर की शाम को अपना पूर्वांचल महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. अमरीश दुबे ने शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता पत्रकार शिवपूजन पांडे, पत्रकार प्रमोद पांडे, राज्य सरकार पुरस्कृत प्रधानाध्यापिका विभा शुक्ला, प्रधानाध्यापक दिनेश चंद्र शुक्ल , विद्या त्रिपाठी तथा उषा त्रिपाठी उपस्थित रहे। सेवानिवृत होने के बाद बीपी त्रिपाठी, पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, उत्तर प्रदेश मैं सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सम्मान पाने के बाद उन्होंने कहा कि गांव की प्रतिभाओं के विकास के लिए वे निरंतर प्रयत्नशील रहेंगे।