अपराधियों के लिए काल बने जौनपुर के पुलिस अधीक्षक अजय पाल

18 महीने के भीतर 75 एनकाउंटर का बनाया रिकॉर्ड

जौनपुर। गीता के श्लोक, परित्राणाय साधुनाम, विनाशाय च दुष्कृताम का पूरी तरह से पालन करते हुए, इनकाउंटर को लेकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज, जौनपुर के पुलिस अधीक्षक आइपीएस डॉ. अजय पाल शर्मा अपराधियों के लिए काल साबित हुए हैं। अबतक के अपने 18 महीने के सफल कार्यकाल में जौनपुर जनपद की पुलिस ने उनके मार्गदर्शन में 75 एनकाउंटर किए हैं, जिसमें कुख्यात शातिर बदमाश आनंद सागर यादव, बिहार के बाहुबली सहाबुद्दीन गैंग के लिए काम करने वाले सुमित सिंह उर्फ मोनू चवन्नी तथा एक लाख के इनामी बदमाश प्रशांत सिंह प्रिंस को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ अजय पाल शर्मा अभी तक 200 से अधिक अपराधियों का एनकाउंटर कर चुके हैं । समाज से अपराध और अपराधियों का सफाया करना उनका मिशन रहा। सहारनपुर में ट्रेनी के बाद डॉ अजय पाल शर्मा को जुलाई, 2013 में जनपद मथुरा में डीएसपी के पद पर तैनात किया गया था। सीओ वृन्दावन और सीओ रिफाइनरी और सीओ सिटी के बाद उन्हें एएसपी बनाया गया। इसी दौरान डॉ अजय पाल शर्मा ने दिल्ली पुलिस के लिये सिर दर्द बने बहुचर्चित उबर रेपकांड का खुलासा करते हुए आरोपी ड्राइवर शिवकुमार को अरेस्ट कर लिया था। पुलिस की प्रभावी पैरवी के चलते रेपकांड के आरोपी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। जिस जनपद में उनकी तैनाती होती है ,वहां आम आदमी खुद को सुरक्षित महसूस करने लगता है। उनकी कार्यशैली से अपराधियों के मन में खौफ देखने को मिलता है। किसी एक जनपद में 75 मुठभेड़ करने वाले वे इकलौते आईपीएस अधिकारी हैं। आईपीएस बनने से पहले उन्होंने डेंटिस्ट की डिग्री ली थी। अजय पाल शर्मा आईपीएस बनने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग सहारनपुर में थी। दूसरी पोस्टिंग मथुरा में थी।
अजय पाल शर्मा जब शामली के एसपी थे, तब भी उन्होंने कई एनकाउंटर किए। योगी सरकार में उनके एनकाउंटरों की तारीफ भी हुई। उसके बाद उन्हें नोएडा जैसे शहर का एसएसपी बनाया गया। रामपुर के एसपी पद पर तैनात रहते हुए वे आजम खान पर कार्रवाई के लिए काफी चर्चित हुए। यहां अजय पाल शर्मा ने एक 6 साल की बच्ची से रेप और हत्या के आरोपी को एनकाउंटर में गिरफ्तार किया था।गाजियाबाद एसपी सिटी रहते हुए डॉ अजय पाल शर्मा ने सबसे बड़े सट्टा माफिया चतुर्भुज गुप्ता उर्फ चतुरा पर कार्रवाई करते हुए उसे जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया था और प्रशासन के साथ मिलकर चतुरा की तकरीबन 350 करोड़ रूपये की काली कमाई की सम्पत्ति को जब्त करवाया। यही उन्होंने एनकाउंटर की शुरुआत करते हुए 50 हजार के इनामी बदमाश फिरोज उर्फ पव्वा को मुठभेड़ में मार गिराया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री डॉ अजय पाल शर्मा को क्राइम कंट्रोल के चलते सम्मानित कर चुके हैं। महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह के अनुसार जबतक अपराधियों के मन में कानून का भय नहीं रहता, तब तक वे बेलगाम रहते हैं। यह जौनपुर के लोगों का सौभाग्य है कि उन्हें डॉ अजय पाल शर्मा के रूप में कानून का कर्तव्यनिष्ठ पहरेदार मिला है। जौनपुर में लगातार अपराधीकरण घट रहा है और आम आदमी निर्भय और सुरक्षित होकर अपना काम कर रहा है। जनपद के प्रख्यात समाजसेवी तथा उद्योगपति ज्ञान प्रकाश सिंह के अनुसार पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन और नेतृत्व में जनपद की पुलिस लगातार अपराधियों का सफाया कर रही है। किसान, व्यापारी, छात्र सभी पुलिस के काम से खुश नजर आ रहे हैं। उद्योगपति चित्रसेन सिंह की माने तो अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने की दिशा में ऐसे ही पुलिस अधिकारियों की आवश्यकता है।