जसोदा जायो ललना… गोकुल में झूले पलना* *गोवर्धन पूजा का हुआ वर्णन*

न्यू सिटी लाइट स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के पास स्थित देवसर माता बैंक्विट हॉल में कमलकुमार मस्कारा परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा में रविवार को व्यास पीठ से कथा वाचक भागवताचार्य गोपालकृष्ण महाराज ने श्रीकृष्ण बाल लीला, माखन चोरी एवं गोवर्धन पूजा का वर्णन किया । मिडीया प्रभारी सज्जन महर्षि ने बताया कि कथा में कृष्ण जन्म को लेकर नंद बाबा द्वारा महा महोत्सव का आयोजन करने पर देवताओं व पितरों की पूजा की गई एवं कई विद्वान ब्राह्मणों को आमंत्रित किया गया ।इस अवसर पर नंद बाबा ने लाखों गायों के खुर में चांदी व सिंग पर सोना मढ़कर और तिल के सात परवत बनाकर उसके ऊपर हीरे पन्ने लगाकर दान दिया। महोत्सव में सैकड़ो गोपियों भी सज धज कर लडू गोपाल को बधाई देने आई। बीच-बीच में कथा वाचक द्वारा यशोदा जायो ललना …गोकुल में झूले पलना….आदि भजनों की प्रस्तुति से हाल में उपस्थित श्रोता नाचने झूमने लगे। इसके बाद कंस द्वारा पूतना को बालकृष्ण का वध करने भेजना व बालकृष्ण द्वारा पूतना के उदार का वर्णन किया, जिसमें पूतना का विशाल रूप बनाकर बाल गोपाल को लेकर आकाश में उड़ने का प्रसंग की व्याख्या की गयी। फिर बाल गोपाल को ब्रज में लाकर गौशाला की रज ,गोमूत्र से स्नान कराई।इसके बाद पूतना के शव का अंतिम संस्कार करना बताया ।उसके बाद गोवर्धन पूजा का वर्णन किया गया।कथा वाचक ने कहा कि भजन करने वाला ब्राह्मण अगर किसी को आशीर्वाद दे तो व निष्फल नही जाता है। उन्होंने कहा कि परिवार में सतत संत महात्माओं का आगमन होना हमारे घर में कोई मंगल कार्य होने का सूचक है। आज कथा में पार्षद विजय चौमाल, समाजसेवी राकेश कंसल, संजय सरावगी एवं राम प्रकाश बेडिया सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।