श्री राम जन्म कथा जिसने भी सुना उसका जीवन धन्य हो गया: श्री राजन जी महाराज

सूरत। डी.टी. ट्रेंडस प्राइवेट लिमिटेड ग्रुप ऑफ़ दिनेश टैक्सटाइल्स सूरत द्वारा गोडादरा के महर्षि आस्तिक विद्यालय आसपास मेला ग्राउंड में गुरुवार से श्रीराम कथा का शुभारंभ हो गया। जिसमे कथा के चौथे दिन रविवार को महाराज ने श्री राम जन्मोत्सव के बारे में बताया। श्री राजन जी महाराज ने बताया कि सूर्य भगवान एक ही जगह पर रुक गए और इंतजार करने लगे गाने बजाने वाले बंद हो तो मैं आगे बढूं और गाने बजाने वाले सोच रहे हैं की शाम हो जाए तो हम बंद करें, ऐसा उत्सव पृथ्वी पर कभी नहीं मनाया गया था। वह एक दिन एक महीने के समान था जब भगवान श्री राम ने जन्म लिया था। प्रसाद के फलस्वरूप रानी कौशल्या ने गर्भधारण किया और चैत्र मास की शुक्ल पक्ष नवमी को श्रीराम जन्मे। कहते हैं कि शिशु का वर्ण नीला था, चेहरे पर तेज और अत्यंत आकर्षक था। जिस भी व्यक्ति ने उस शिशु को देखा मोहित हो गया।

श्रीराम के जन्म के बाद देवताओं ने आसमान से पुष्प वर्षा की थी। अप्सराओं ने नृत्य किया। चारों ओर उल्लास था। श्री राजन महाराज जी ने व्यास पीठ से बताया कि रामचरितमानस को मनुष्य जीवन में उतारना चाहिए क्योंकि भगवान श्री राम चरित्र को अगर आप अपने जीवन में उतार लें तो आपका जीवन धन्य हो जाएगा। इस आयोजन के प्रमुख सूत्रधार दिनेश पांडे, राकेश पांडे, पवन पांडे, अरुण पांडे, वरुण पांडे ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।