श्रीराम कथा मानव को जीवन जीने की कला सिखाती है – पुष्कर महाराज

जौनपुर। भगवान श्रीराम का चरित्र पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक आदर्श है। राधे राधे सेवा संस्था द्वारा कम्मरपुर, घनश्यामपुर में आयोजित नव दिवसीय श्रीराम कथा में छठवें दिन बोलते हुए पुष्कर जी महाराज ने उपरोक्त बातें कही। श्रीराम कथा के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। कथा सुनने मात्र से ही प्रभु की कृपा मिलती है। उन्होंने कहा कि जहां भगवान श्रीराम की कृपा होती है, उसी जगह रामकथा संभव हो पाती है। राम की कृपा वहीं होती है, जहां उनके भक्त रहते हैं। इस अवसर पर राष्ट्रपति पुरस्कृत कृष्णदेव दुबे, वरिष्ठ पत्रकार शिवपूजन पांडे, ओम प्रकाश मिश्रा, सत्य प्रकाश सिंह, एड. अमरनाथ पांडे ,धर्मेंद्र सिंह,सुनील सिंह,सुभाष उपाध्याय,विजयनाथ पांडे, सुभाष उपाध्याय,अखिलेश तिवारी, सिबलू पांडे, रमेश तिवारी, मुन्ना त्रिपाठी, रमेश मिश्रा, अभिषेक तिवारी, रमेश तिवारी, प्रेम दुबे, हौसला तिवारी,राकेश तिवारी,संतोष तिवारी ,ऋषभ तिवारी, प्रसून तिवारी, अखिलेश पांडे, मिथिलेश दुबे ,प्रकाश तिवारी ,अरविंद तिवारी,शैलेंद्र तिवारी समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। 12 मई से प्रारंभ कथा का समापन 20 मई को होगा। प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक कथा का श्रवण किया जा सकता है।